उत्तर प्रदेश:
उत्तर प्रदेश के संभल में ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के बड़े गिरोह का भंडाफोड़। पुलिस ने 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया, बाकी आरोपियों की तलाश जारी। उत्तर प्रदेश की संभल पुलिस की साइबर सेल और सर्विलांस टीम ने एक बड़े ऑनलाइन गेमिंग घोटाले का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने नेपाल, पंजाब, हरियाणा और यूपी के रहने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग हर साल ₹8 करोड़ रुपये तक का मुनाफा कमा रहा था और इसका देशभर में 500 से ज्यादा ज्यादा फ्रेंचाइजी का नेटवर्क था.
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने इस पूरी घटना का खुलासा करते हुए बताया कि गिरोह 'जंबो 365' वेबसाइट से सैकड़ों करोड़ का गोरखधंधा कर हवाला के जरिए पैसा दुबई भेजता था और यह घटना तब सामने आई, जब चंदौसी के संभल गेट निवासी दीनदयाल के खाते में ₹1.70 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला. दीनदयाल एक मजदूर है और रोज ₹300-₹400 रुपये डेली कमाता है. उसको इस बात की जानकारी तब हुई जब उसे कर्नाटक की एक अदालत से ₹91,206 हजार के बकाया का नोटिस मिला. इसके बाद उसने बैंक में जाकर पता किया तब उसे पता चला कि उसके खाते को फ्रीज कर दिया गया था.
दीनदयाल की शिकायत पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने साइबर सेल और सर्विलांस टीम को जांच का निर्देश दिया. पुलिस ने बैंक के रिकवरी एजेंट ऋषिपाल यादव और अमित वार्ष्णेय को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में इस बड़े गैंग का खुलासा हुआ. पुलिस ने नेपाल के पुष्कर सारकी, हरियाणा के इंगत कोहली और पंजाब के पवन कुमार को भी गिरफ्तार किया. इस पूरे रैकेट का संचालन दिल्ली के जय कक्कड़ और आदित्य गुप्ता कर रहे थे, जो शालीमार बाग से दिल्ली फ्रेंचाइजी का काम संभालते थे।
पीड़ित मजदूर दीनदयाल का कहना है कि जिसने मेरे खाते से इतना बड़ा फ्रॉड किया है उन ठगों के खिलाफ मुकदमा लडूंगा और न्याय पाने तक लड़ता रहूँगा।