अमेरिका की बढ़ती मनमानी से तंग आकर एशिया के कई देश भारत के साथ तेजी से जुड़ रहें हैं और भारत का मजबूती से साथ देने के लिए भारतीय उद्योगपति भी लामबंद हो गए हैं और अब वे खुलकर बयां भी दे रहे है जिसमे मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआईएल) के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कहा, "मेरा मानना है कि भारतीयों के तौर पर यह हमारा कर्तव्य है कि हम सरकार का समर्थन करने और अपनी गरिमा व सम्मान बनाए रखने की पूरी कोशिश करें, और इस मामले में किसी भी तरह की दादागिरी के आगे न झुकें। इस समय देश को एकजुट होना होगा।" और सुजलॉन के उपाध्यक्ष गिरीश तांती ने भी कहा कि "अतिरिक्त टैरिफ या व्यापार अनिश्चितता का कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा।" उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी उत्पादों और मजबूत मांग के कारण, उच्च अमेरिकी टैरिफ या व्यापार अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के पवन ऊर्जा उद्योग के मजबूत बने रहने की उम्मीद है।
भारतीय उद्योगपतियों के बयानों से यह लग रहा है कि अमेरिका का टैरिफ बम जल्द ही फिसड्डी साबित होने वाला है एवं भारत की अर्थव्यवस्था अपनी नई ऊंचाइयों को जल्द छुएगी।