भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के समूह को क्लीन चिट देते हुए कहा कि अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए इनसाइडर ट्रेडिंग, बाजार में हेरफेर और सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंडों के उल्लंघन के आरोप निराधार पाए गए है।
अडानी के शेयरों के साथ साथ भारतीय बाजार में भी एक सकारात्मक हलचल दिखाई देगी और सभी के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और ऐसा लग रहा था कि इस जांच के परिणाम को जानने के लिए जैसे पूरा बाजार साँस रोके हुए था। वैसे उतार - चढ़ाव भरे वैश्विक राजनीति के कारण भारतीय बाजार में पिछले कई समय से सुस्ती का ही दौर चल रहा था लेकिन हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की जाँच के परिणाम आने से बाजार एक अप्रत्याशित मोड़ ले सकती हैं।