राहुल गांधी ने कोलंबिया में कुछ मुख्य बातें कही है :-
● भारत में फासिस्टवादी सरकार है जो सब की आवाज दबाती है।
●मीडिया स्वतंत्र नहीं है विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता है।
● आरएसएस और बीजेपी के पास कायर विचारधारा है, विदेश मंत्री कहते हैं कि चीन ताकतवर है हम चीन से नहीं लड़ सकते हैं।
●भारत में मुसलमानों और दलितों पर अत्याचार हो रहा है और कट्टर हिंदूवादी लोग अत्याचार कर रहे हैं
भारत में अब कहा जा रहा है कि सोचिए कोलंबिया में यह सब बातें कहके राहुल गांधी को क्या फायदा मिलेगा ? क्या कोलंबिया के लोग भारत के चुनाव में वोट करेंगे? जबकि यहां खुलेआम मोदी को गालियां दी जा रही है और खुलेआम मोदी को बोटी बोटी काटने की बात करने वाला वह आदमी राहुल गांधी की पार्टी का सांसद बना है, फिर भी राहुल गांधी कोलंबिया में बता रहे हैं कि विपक्ष को बोलने की आजादी नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के सुधांशु त्रिवेदी ने इस बयान पर राहुल गाँधी को आड़े हाथो लिया और कहा कि राहुल गाँधी की आदत है कि वे विदेश में जाकर हमेशा भारत की बुराई करते हैं और गांधी का कोलंबिया में यह भाषण केवल भारतीय जनता और चुनावी विपक्ष को भ्रमित करने की कोशिश है। क्या विदेशी लोग भारत के चुनाव में वोट देंगे? बिल्कुल नहीं। ऐसे बयानों से सिर्फ भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर प्रश्न उठाने की कोशिश होती है, जबकि देश के असली मुद्दे, सुरक्षा और विकास पीछे छूट जाते हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि इतना ही नहीं, राहुल गांधी खुद ही विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हैं, पर विदेश में जाकर खुलकर प्रधानमंत्री और देश की जनता पर आरोप लगाना उनके दोहरे मापदंड को दर्शाता है। भारत की संप्रभुता और लोकतंत्र पर हमला करने वाले ऐसे लोग देशभक्त नहीं हो सकते।