अपने ज़माने की सबसे प्रसिद्द बॉलीवुड अभिनेत्री नेपाली मूल की मनीषा कोईराला ने एक टीवी साक्षात्कार में बयान दिया है जो पूरी दुनिया के हिंदुओं के लिए आंखें खोलने वाला है। उन्होंने साफ कहा कि —
“जब नेपाल हिंदू राष्ट्र था, तब वह समृद्ध और शांतिपूर्ण था।”
“दुनिया का अकेला हिंदू राष्ट्र होना हमारी सबसे बड़ी पहचान थी, इसे क्यों छीना गया?”
“कभी-कभी लगता है, इसे किसी षड्यंत्र के तहत हटाया गया।”
सोचिए! जिस देश ने सदियों तक हिंदू राष्ट्र के रूप में पहचान बनाई, वहां से यह दर्जा क्यों छीन लिया गया? क्या यह वैश्विक षड्यंत्र नहीं है हिंदुत्व को मिटाने का?
चुनावों में मनीषा ने राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) का खुलकर समर्थन किया, जो नेपाल को पुनः हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संघर्ष कर रही है।
मनीषा कोइराला ने आगे कहा कि आज जरूरत है हिंदू समाज की एकता की, चाहे वह भारत हो या नेपाल क्योंकि दोनों देशों की हिंदू राष्ट्र ही हमारी असली पहचान है।
मुंबई में हिंदूवादी संगठन से जुड़े तेज तर्रार हिंदुत्ववादी प्रशांत पुजारी ने इस बारे में कहा कि मनीषा कोइराला ने अभी वही कहा जो लाखों लोग महसूस करते हैं क्योंकि नेपाल दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र होने के नाते सबसे मजबूत था और इसकी पहचान को षड्यंत्र के तहत नष्ट करने की कोशिश की गई जो अभी भी जारी है लेकिन वहां की जागरूक युवाओं के आंदोलन से ऐसा लग रहा है कि नेपाल पुनः हिनू राष्ट्र बनकर अपने वैभव को प्राप्त करेगा।