दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट में जय सुकिन द्वारा फाइल याचिका की सुनवाई करने के दौरान निर्देश दिया कि गुजरात के जामनगर में "वंतारा" वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर की जांच के लिए 4 सदस्यीय SIT का गठन किया गया है। यह सेंटर रिलायंस फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहा है और अदालत ने कहा कि SIT यह जांच करेगी कि जानवरों को भारत और विदेश से लाने में वन्यजीव संरक्षण कानून और अंतरराष्ट्रीय संधियों का पालन किया जा रहा है या नहीं।
मोदी सरकार का अंबानी पर 'वन्तारा' मामले में SIT टीम गठित करना एक बड़ा कदम है और इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार किसी भी बड़े कारोबारी समूह की गलत गतिविधियों को लेकर गंभीर है। अगर जांच में वाइल्डलाइफ स्मगलिंग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गंभीर बातें सामने आती है, तो यह जांच पूरी पारदर्शिता से होनी चाहिए ऐसी मांग जनता भी कर रही है।
यह देखना होगा कि यह जांच कहां तक जाती है और क्या किसी तरह का बड़ा खुलासा होता है। सरकार को जांच में निष्पक्षता बनाए रखनी चाहिए, ताकि सभी पक्षों को न्याय मिले।
रिलायंस फाउंडेशन के "वंतारा" की जांच के लिए एक 4 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो इन सबूत की जांच करेगा।
- वंतारा द्वारा जानवरों का आयात।
- मनी लॉन्ड्रिंग।
- वन्यजीव तस्करी आदि।