दिल्ली :
भारत का निर्वाचन आयोग कुछ राज्यों में शुरू होने वाले विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष कराने के लिए सख्ती बरतते हुए घोषणा किया है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर बुर्का पहने महिला मतदाताओं का सख्ती से सत्यापन करने में सहायता करेंगी जिसका उद्देश्य मतदाता पहचान पत्रों के साथ उचित पहचान मिलान सुनिश्चित करना है।
धोखाधड़ी को रोकने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रत्येक पात्र मतदाता अपने मताधिकार का वैध रूप से प्रयोग करने के लिए उचित पहचान सत्यापन आवश्यक है हालांकि, समाज के कुछ वर्ग के लोगों का कहना है कि यह महत्वपूर्ण है लेकिन ऐसे उपायों को संवेदनशीलता और सम्मान के साथ लागू किया जाए ताकि सभी महिला मतदाताओं की गरिमा और गोपनीयता बनी रहे और किसी भी प्रकार के भेदभाव या असुविधा से बचा जा सके।
चुनाव आयोग ने बिहार के सभी मतदान केंद्रों पर इसके कार्यान्वयन की पुष्टि की है और कहा कि बुर्के में महिला मतदाताओं के जांच से फर्जी मतदान रोकने में मदद मिलती है, तो इसको भेद भाव न समझा जाए क्योंकि वैध मतदाता के सत्यापन से एक मजबूत लोकतंत्र की रक्षा होगी ।