मालेगांव बम विस्फोट के झूठे मुकदमे मे दो दशक तक जेल में बर्बर यातना से उबर कर लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित को आज अंततः कर्नल रैंक में प्रमोशन दिया गया जिससे साबित होता है कि भारतीय सेना का जवान चाहे कुछ भी हो जाये वह देश के खिलाफ कोई काम नहीं करेगा। यह वे लोग हैं जिन्होंने अपना सब कुछ देश पर लुटाने के बाद एक बार भी शिकायत नहीं किया, कभी ख़ुद को पीड़ित नहीं बताया और पलट कर कुछ भी नहीं माँगा।
मालेगांव बम विस्फोट के झूठे मुकदमे में कर्नल पुरोहित और प्रज्ञा ठाकुर सहित कांग्रेस सरकार में ज्यादातर हिंदुओं को ही प्रताड़ित किया गया था जिसमे सभी आरोपियों असहनीय यातना दिया गया और कई हिन्दू संगठनो को इस बम विस्फोट का जिम्मेदार बताया गया था ताकि हिन्दू संगठन बदनाम हो सके जिसको बाद में कोर्ट ने सभी को निर्दोष पाया और सभी को बरी कर दिया।