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"फ्रंटबेंचर्स बनाम बैकबेंचर्स" का भेदभाव ख़त्म !
केरल :
स्कूल के क्लास रूम में बैठने वाले बैकबेंचर्स को हमेशा कम आँका जाता है जिससे बैकबेंचर्स के मन में कभी कभी हीन भावना घर कर जाती है और उसका परिणाम यह होता है कि बैकबेंचर्स के बीच अवसाद में जाने का खतरा हमेशा बना रहता है इसलिए ऐसी व्यवस्था को हटाने के लिए केरल राज्य के स्कूलों में कक्षाओं में 'बैकबेंचर' की अवधारणा को हटाकर पारंपरिक पंक्ति-वार बैठने की व्यवस्था को समाप्त करेगा।
लोगों को का कहना है कि यह व्यवस्था अच्छी लगती है क्योंकि :
1. शिक्षक के दोनों ओर बैठने वाले छात्र ध्यान भटका देते हैं।
2. उन्हें ब्लैकबोर्ड या स्मार्ट बोर्ड स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता।
3 . बैकबेंचर्स हीन भावना से बचेंगे।
अब "फ्रंट बेंचर्स बनाम बैकबेंचर्स" की कोई व्यवस्था नहीं है - सभी के लिए समान शिक्षण स्थान।
इससे कक्षा में पदानुक्रम कम हो सकता है, सहयोग को बढ़ावा मिल सकता है, और तथाकथित "बैकबेंचर्स" भी अधिक सक्रिय हो सकते हैं।
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