विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2025 में टीम इंडिया के महिला मुक्केबाजों की सफलता देखकर ऐसा लग रहा है कि भारत मुक्केबाजी में पूरी दुनिया छ जायेगा क्योंकि महिला मुक्केबाजी में चार महिला चैम्पियनों ने अपना सर्वस्व झोंक कर अपना शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए भारत के लिए 4 पदक जीते हैं।
भारत की जैस्मीन लैम्बोरिया ने पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता जूलिया सेरेमेटा को 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में 4-1 से हराकर विश्व चैंपियन बनीं और साथ ही विश्व चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय होने का ख़िताब भी अपने नाम किया है।
2025 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में मीनाक्षी ने 48 किग्रा वर्ग में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है जो पूरे देश के लिए बेहद गर्व की बात है और उनका धैर्य, अनुशासन और अथक परिश्रम सचमुच लाखों युवा एथलीटों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
नूपुर ने 80+ किग्रा भार वर्ग में आखिरी पंच लगाकर सिल्वर मेडल जीता और भारत की झोली में एक और पदक डाल दिया हालाँकि फ़ाइनल में अपने प्रतिस्पर्धी के सामने अपने कद-काठी का फायदा उठाने कोशिश किया लेकिन वे असफल रहीं, फिर भी उनके जुझारूपन को देखकर भारत गौरवान्वित है।
भारत की तेज तर्रार मुक्केबाज पूजा रानी ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड की एमिली एस्क्विथ के खिलाफ जबरदस्त खेल दिखते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया एवं देश के युवाओं को दिखाया कि भारत में क्रिकेट के आलावा मेक्केबाजी का भी खेल है जिसमे भारत का नाम रोशन किया जा सकता है।