भारत ने ओडिशा के चांदीपुर में अग्नि 5 का किया सफल परीक्षण किया 'अग्नि-5' की सबसे बड़ी खासियत इसकी 5,000 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता है, यानी यह मिसाइल एशिया महाद्वीप के लगभग सभी देशों और यूरोप के कुछ हिस्सों तक आसानी से पहुंच सकती है। यह आधुनिक नेविगेशन, मार्गदर्शन और पुन: प्रवेश प्रणाली से लैस है। साथ ही यह परमाणु और पारंपरिक दोनों प्रकार के वारहेड ले जाने में सक्षम है।
अग्नि-5 मिसाइल हमारे शस्त्रागार में एक बड़ी मारक क्षमता जोड़ती है और दुनिया को हमारी सैन्य ताकत दिखाती है। इस यात्रा का बहुत बड़ा श्रेय भारत के मिसाइल मैन से जाने जाने वाले स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को जाता है, उनके प्रयासों के बदौलत, यह उन्नत प्रणाली पूरी तरह से स्वदेशी है और उच्च तकनीक वाले रक्षा उपकरणों में हमारी विशेषज्ञता को प्रमाणित करती है। यह ठोस ईंधन, सड़क पर चलने योग्य और अत्यधिक सटीक है और यह मिसाइल भारत की मिसाइल तकनीक के शिखर का प्रतिनिधित्व करती है और बहुत कम देशों के पास इतनी लंबी दूरी की सटीक मारक क्षमता है।
अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल परीक्षण 2012 में हुआ था, जिसकी आधिकारिक मारक क्षमता लगभग 5,000 किलोमीटर थी। इससे पहले 7,000 किलोमीटर तक की विस्तारित मारक क्षमता का भी सुझाव दिया गया है, इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। यह नवीनतम परीक्षण न तो आश्चर्यजनक है और न ही अचानक हुआ है, बल्कि यह अमेरिका और दुनिया के लिए भारत की बढ़ती शक्ति और रणनीतिक पहुँच का एक संकेत भी है। अग्नि-5 के आसमान में गरजने के साथ ही यह मिसाइल भारत के प्रतिरोध, शक्ति और संप्रभुता का संदेश देती है जो बताता है कि भारत किसी के हुक्म पर नहीं चलेगा, भारत अपना भाग्य खुद तय करेगा।
दुनिया की शीर्ष 10 सबसे लंबी दूरी की मिसाइलें (2025)
1.
RS-28 सरमत ~18,000 किमी
2.
ह्वासोंग-17 ~15,000 किमी (अनुमानित क्षमता)
3.
DF-41 ~12,000–15,000 किमी
4.
मिनटमैन III ~13,000 किमी
5.
ट्राइडेंट II D5 ~11,300 किमी
6.
M51 ~10,000 किमी
7.
अग्नि-V ~7,500 किमी
8.
जेरिको III ~6,500 किमी
9.
शाहीन-III ~2,750 किमी
10.
ख़ैबर (ख़ैबर) ~2,000 किमी