भारत की मध्य और लम्बी दूरी की धाविका अंकिता ध्यानी ने अपने अविश्वसनीय प्रदर्शन से इस्राइल में ग्रैंड स्लैम जेरूसलम एथलेटिक्स मीट में स्वर्ण पदक जीता और उन्होंने महिलाओं की 2000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा दिया है।
उत्तराखंड के पहाड़ों से ओलंपिक तक की उनकी साहसभरी यात्रा को पूरा देश सराहना कर रहा है क्योंकि अंकिता ध्यानी ने जेरूसलम एथलेटिक्स मीट में महिलाओं की 2000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में 6 मिनट 13.92 सेकंड का समय लेकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित कर इतिहास रच दिया और विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर सिल्वर लेवल इवेंट में 23 वर्षीय ध्यानी ने पारुल चौधरी के 6:14.38 के पिछले भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस मजबूत प्रदर्शन से टोक्यो में होने वाली आगामी विश्व चैंपियनशिप में 3000 मीटर स्टीपलचेज के लिए क्वालीफाई करने की उनकी संभावनाओं को भी बढ़ाती है। भारतीय एथलेटिक्स अधिकारियों और कोचों ने उनके प्रदर्शन की सराहना करते हुए इसे भारतीय महिला डिस्टेंस रनिंग के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया है।
ध्यानी ने अपनी जीत भारत के उन युवा एथलीटों को समर्पित किया जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने के इच्छुक हैं और उन्होंने कहा कि दृढ़ता और आत्मविश्वास के जोर पर ही हम सफलता हासिल कर सकते हैं। भारतीय एथलेटिक्स के मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने कहा कि यह रिकॉर्ड तोड़ने वाला समय विश्व चैंपियनशिप में 3000 मीटर स्टीपलचेज के लिए उनकी विश्व रैंकिंग में भी गिना जाएगा, जिससे उनकी दमदार योग्यता की संभावनाएं और भी ज्यादा मजबूत होंगी।